रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची में एक और फ्लाईओवर का गुरुवार को लोकार्पण किया.
सिरमटोली चौक से राजेंद्र चौक होते हुए मेकॉन गोलचक्कर तक फोर लेन फ्लाई ओवर/एलिवेटेड रोड-सह-आरओबी परियोजना के निर्माण में 355.76 करोड़ खर्च हुए हैं.
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर डोरंडा स्थित वन भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अहम घोषणा करते हुए कहा कि सिरमटोली फ्लाईओवर का नाम हमारे अग्रणी मार्गदर्शक कार्तिक उरांव जी के नाम पर जाना जाएगा.
हेमंत सोरेन ने कहा, “इस तरह हम अपने पूर्वजों को सम्मान देने जा रहे हैं.”

गौरतलब है कार्तिक उरांव आदिवासियों के बड़े नेता थे. वे लोहरदगा लोकसभा सीट से सांसद और केंद्र में मंत्री भी रहे. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भी उन्होंने भाग लिया.
“अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद” संगठन खड़ा करने में उनका अहम योगदान रहा है. सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी और लोकप्रियता हासिल की.
सिरमटोली फ्लाईओवर से पहले हेमंत सोरेन ने पिछले साल चार अक्टूबर को कांटाटोली फ्लाईओवर का उदघाटन किया था. यह फ्लाईओवर कोकर के शांतिनगर से योगदा सत्संग आश्रम बहुबाजार तक बना है. सिरमटोली फ्लाई ओवर को इसके विस्तार के तौर पर देखा जा रहा है.
अलग राज्य गठन के बाद पहली बार रांची में बने ये फ्लाईओवर ट्रैफिक सिस्टम को ठीक करने में महत्पूर्ण साबित हो सकते हैं. रांची के लोगों के लिए बहुप्रतीक्षित योजना भी रही है.
फ्लाईओवर के लोकार्पण से पहले वन भवन परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस कार्यक्रम में भी बतौर मुख्य अथिथि शामिल थे. कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण और हरित विकास जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई.
हेमंत सोरेन ने कहा, “पर्यावरण संरक्षण को लेकर आज पूरी दुनिया में चिंता है. पर्यावरण बचेगा, जंगल, पेड़-पौधे, नदिया बचेंगी तो मानव जीवन भी संरक्षित रहेगा. झारखंड में तो हमलोग का स्वभाव ही यह है कि प्रकृति की रक्षा करें.”
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार, कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, श्रम नियोजन एवं उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, राज्य की मुख्य सचिव अलका तिवारी सहित कई अधिकारी मौजूद थे.