चाईबासा : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में छोटानागरा और जराईकेला थाना क्षेत्रों की सीमावर्ती पहाड़ी इलाके में आईईडी विस्फोट में झारखंड जगुआर के कॉन्स्टेबल सुनील धान शहीद हो गए हैं. इस घटना में घायल कोबरा बटालियन के जवान विष्होणु सैनी का इलाज रांची में चल रहा है.
विस्फोट में दोनों घायल जवानों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया था, जहां सुनील धान की मौत हो गई. सुनील धान खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड अंतर्गत लरता पंचायत के कांटी पोहराटोली गांव के रहने वाले थे. उनके निधन की खबर से परिवार और गांव में शोक पसरा है.
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से पुलिस सारंडा के जंगलों में नक्सल विरोधी अभियान चला रही है. हाल ही में सीआपीएफ ओर झारखंड पुलिस ने साझा कार्रवाई में नक्सलियों के दर्जन भर बंकरों को भी ध्वस्त किया है.
चाईबासा के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया है कि यह अभियान लगातार जारी है और सुरक्षाबलों का मकसद क्षेत्र को पूरी तरह माओवादी प्रभाव से मुक्त कराना है. उन्होंने कहा कि जल्द ही सारंडा और कोल्हान इलाके में शांति बहाल की जाएगी.
जानकारी के मुताबिक खुफिया इनपुट्स के आधार पर छोटानागरा और जराईकेला थाना क्षेत्र के सुदूर इलाकों में माओवादियों की गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस बल सर्च अभियान पर निकला था. इसी दौरान पहले से बिछाये गए आईइढी को विस्फोट कर दिया गया. विस्फोट की घटना में दो जवान बुरी तरह घायल हो गए. पुलिस बलों ने तत्काल उन्हें जंगलों से बाहर निकाला. प्राथमिक उपचार किया गया , लेकिन हालात देखते हुए एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया.
विस्फोट के बाद नक्सलियों ने फायरिंग करना शुरू कर दिया. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. गौरतलब है कि पिछले 22 मार्च को भी चाईबासा के जंगलों में आइइडी विस्फोट में एक सब इंस्पेक्टर शहीद हो गए थे.
पुलिस का दावा है कि जंगलों और पहाड़ियों से घिरे इस कठिन भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षाबलों की यह कार्रवाई माओवादियों के खिलाफ निर्णायक मोड़ पर है.