रांचीः झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि जानबूझकर सरकार ने राज्य में संवैधानिक संस्थाओं को पंगु बनाकर रखा है.
उन्होंने कहा कि राज्य की ऐसी सारी संवैधानिक संस्थाएं जो राज्य सरकार के काम काज ,गड़बड़ियों,भ्रष्टाचार पर नजर रखती है, जनता की शिकायत पर सुनवाई और कार्रवाई करती है, लेकिन सरकार की मंशा इन संस्थाओं को हाशिये पर डालने की रही है.
पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि राज्य में लोकायुक्त, महिला आयोग,सूचना आयोग, उपभोक्ता फोरम जैसी महत्वपूर्ण संवैधानिक संस्थाओं में वर्षों से अध्यक्ष/ सदस्य के पद खाली हैं. कहीं अध्यक्ष हैं तो सदस्य नहीं और कही नहीं अध्यक्ष हैं और न ही सदस्य संस्थान सिर्फ नाममात्र का रह गया है।
उन्होंने कहा कि ये संवैधानिक संस्थाएं जनता को न्याय दिलाने में सहायक होती हैं, सरकार को पारदर्शी और जवाबदेह बनाती है. लेकिन आज इनका पंगु रहना लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर कर रही है.
पूर्व में राज्य सरकार नेता प्रतिपक्ष नहीं होने का बहाना बनाती थी, जबकि सच्चाई है कि भाजपा ने समय पर नेता चुनकर दिया है। पिछले टर्म में दो बार नेता का चयन किया गया लेकिन परिणाम शून्य रहा. आज विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष है लेकिन हेमंत सरकार की नियत साफ नहीं. यह सरकार अपनी नाकामियों ,विफलताओं ,भ्रष्टाचार को उजागर नहीं होने देना चाहती. लोग शिकायत करेंगे तो मामला संवैधानिक जांच के घेरे में आएगा, सूचनाएं मांगे जाने पर उपलब्ध कराने की बाध्यता होगी. राज्य सरकार इससे बचना चाहती है.