नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के ख़िलाफ़ ईडी की कार्रवाई किए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी देशव्यापी प्रदर्शन करेगी.
इधर बुधवार को बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कांफ्रेस में कहा, उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी बहुत परेशान है. देशभर में धरना देने की बात कर रही है. धरना देने का अधिकार उनका है. लेकिन, यह ज़मीन लूटने का अधिकार नहीं है.”
बीजेपी सांसद ने कहा, “बीजेपी की ओर से मैं शुरू में ही स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी को धरना देने का अधिकार है. लेकिन, यह सरकार द्वारा नेशनल हेराल्ड को दी गई सार्वजनिक संपत्ति के दुरुपयोग करने तक विस्तारित नहीं है.”
इस बीच, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली स्थित 24, अकबर रोड कांग्रेस कार्यालय पर केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी देशव्यापी स्तर पर ईडी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रही है.
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने नेशनल हेराल्ड अख़बार से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के ख़िलाफ़ आरोप पत्र दाख़िल किया है.
कांग्रेस ने ईडी के इस कदम को ‘बदले की राजनीति बताया है
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ ईडी ने इस मामले से जुड़ी जाँच के बाद कांग्रेस के इन दो वरिष्ठ नेताओं के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल की. विशेष जज विशाल गोग्ने ने 9 अप्रैल को दायर इस चार्जशीट का संज्ञान लिया और मामले की सुनवाई की तारीख़ 25 अप्रैल तय की है.
चार्जशीट में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा और राजीव गांधी फाउंडेशन के ट्रस्टी सुमन दुबे को भी अभियुक्त बनाया गया है.