रांचीः रांची के डीएमओ ऑफिस के कंप्यूटर ऑपरेटर विंदेश तिर्की को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दो हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है. खनन संबंधी डाटा एंट्री के नाम पर ऑपरेटर विंदेश तिर्की घूस मांग रहा था. तभी एसीबी की टीम ने उसे रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है.
रांची जिले के अनगड़ा थाना क्षेत्र के जोन्हा के रहनेवाले अश्विन तिर्की ने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में शिकायत की थी कि उनका ट्रैक्टर ड्राइवर सोमरा मुंडा सरकारी कार्य के लिए बालू लादकर जोन्हा ले जा रहा था. जोन्हा जाने के दौरान राहे के अंचलाधिकारी ने ट्रैक्टर को पकड़ लिया. इसके बाद सिल्ली थाने को सौंप दिया.
28 अप्रैल 2025 को सिल्ली के थाना प्रभारी ने फोन कर सूचना दी कि आपके ट्रैक्टर का चालान खनन विभाग (रांची)कर दिया गया है. इसलिए रांची जाकर जुर्माना देकर अफना ट्रैक्टर छुड़ा लें.
दो मई को अश्विन तिर्की रांची जिला खनन कार्यालय पहुंचे. कर्मचारी अब्दुल हाफीज ने इन्हें बताया कि ट्रैक्टर छुड़ाने के लिए 10 हजार रुपए ऑनलाइन फाइन देना होगा और 4200 रुपए रिश्वत लगेगा. पीड़ित व्यक्ति ने पूरे मामले की जानकारी रांची एसीबी को दी. एसीबी ने शिकायत का सत्यापन किया. हालांकि मौके पर अब्दुल हाफीज अनुपस्थित था. इस कारण कंप्यूटर ऑपरेटर विंदेश तिर्की दो हजार रुपए लेकर काम करने को तैयार हो गया. जैसे ही रिश्वत की राशि दो हजार रुपए दी गयी. एसीबी ने उसे धर दबोचा.