नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के ख़िलाफ़ ईडी की कार्रवाई किए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ देशव्यापी प्रदर्शन शुरू कर दिया है. झारखंड कांग्रेस भी रांची स्थित प्रवर्तन निदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन कर रही है.
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी के राजू, विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत कई नेता विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं.
इधर झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा है कि अगर सोनिया गांधी और राहुल गांधी ईमानदार हैं, तो वे जांच से क्यों डर रहे हैं? सरकारी एजेंसियों को डराने की कोशिश, कानून की प्रक्रिया में अड़चनें, यह सब कुछ बताता है कि कहीं कुछ गड़बड़ जरूर है.
सोशल मीडिया एक्स पर ही कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भाजपा पर ईडी का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है. उन्होंने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर झूठा आरोप पत्र दाखिल करने का आरोप लगाते हुए कहा, “सोनिया गांधी और राहुल गांधी संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहें है. ऐसे में भाजपा ईडी का दुरूपयोग कर उन्हें दबाने का प्रयास कर रही है.”
उन्होंने बताया है कि कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता रांची स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय के बहार विरोध प्रदर्शन करेंगे.
इस बीच झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है, केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में मुस्लिम विरोध कर रहे है. इसी मुद्दे से ध्यान मोड़ने के लिए केंद्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई की है.
दूसरी तरफ बाबूलाल मरांडी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि जमानत पर बाहर राहुल गांधी और सोनिया गांधी को यह भ्रम नहीं पालना चाहिए कि अब वो धरना प्रदर्शन और केंद्र सरकार पर दबाव डालने का प्रयास कर अपना गलतियों को छुपा लेंगे.
उन्होंने कहा है, “झारखंड में हेमंत सोरेन भी भीड़ इकट्ठा करने और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर कथित फर्ज़ी मुकदमे दायर कर जमीन घोटालों की जांच प्रभावित करने का विफल प्रयास कर चुके हैं. कांग्रेस, झामुमो और राजद जैसी परिवारवादी पार्टियां भले खुद को कानून से ऊपर समझती हों, लेकिन वे बाबासाहब अंबेडकर के संविधान से ऊपर नहीं हैं.”
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने नेशनल हेराल्ड अख़बार से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के ख़िलाफ़ आरोप पत्र दाख़िल किया है.
कांग्रेस ने ईडी के इस कदम को ‘बदले की राजनीति बताया है
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ ईडी ने इस मामले से जुड़ी जाँच के बाद कांग्रेस के इन दो वरिष्ठ नेताओं के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल की. विशेष जज विशाल गोग्ने ने 9 अप्रैल को दायर इस चार्जशीट का संज्ञान लिया और मामले की सुनवाई की तारीख़ 25 अप्रैल तय की है.
चार्जशीट में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा और राजीव गांधी फाउंडेशन के ट्रस्टी सुमन दुबे को भी अभियुक्त बनाया गया है.